रेवाड़ी में गाड़ी खरीदने के नाम पर फ्रॉड। शख्स के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी हो गई। उसने सेल-परचेज का काम करने वाले दो लोगों को अपनी लोडिंग गाड़ी बेची थी। इसकी एवज में उसे 55 हजार रुपए कैश मिले थे। बाकी किस्त गाड़ी खरीदने वाले डीलर को भरनी थी। लेकिन दोनों ने कोई किस्त नहीं भरी।इधर, पीड़ित के खाते से किस्त के पैसे कटते रहे। उसने गाड़ी वापस मांगी तो वो भी नहीं दी। कोसली थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
फेसबुक से किया संपर्क
मिली जानकारी के अनुसार, महेन्द्रगढ़ जिले के गांव डुलाना निवासी नीरज पिछले 30 सालों से रेवाड़ी के गांव डहीना में रहता है और यहीं पर उसने सब्जी का व्यापार किया हुआ है। नीरज ने बताया कि वह सब्जी लेने के लिए अलग-अलग मंडी में जाता है। उसके पास एक लोडिंग गाड़ी थी। जिसे उसने किस्तों पर खरीदा था।
कुछ माह पहले पंजाब के संगरूर जिला निवासी रोहताश और बहादुरगढ़ निवासी मुकेश ने उससे फेसबुक के माध्यम से गाड़ी खरीदने के लिए संपर्क किया था। दोनों आरोपी गाड़ियों की सेल-परचेज का काम करते55 हजार रुपए कैश दिए
नीरज ने बताया कि आरोपी रोहताश व मुकेश ने उसे गाड़ी खरीदने के लिए कोसली बुला लिया। यहां पर 55 हजार रुपए में गाड़ी का सौदा हुआ और बची हुई 41 किस्त 14120 रुपए की गाड़ी खरीदने वाले डीलर को भरी थी। नीरज की माने तो आरोपी रोहताश ने दो किस्तों में पैसे उसे फोन-पे के माध्यम से दिए, लेकिन उसके बाद किस्त का कोई पैसा नहीं दिया।
किस्त की रकम उसके खाते से कटती रही। एक दिन दोनों आरोपी कनीना पहुंचे और उसकी गाड़ी का एफिडेविट भी बना लिया। उसने बची हुई किस्त भरने की बात कही तो टरकाते रपुलिस ने दर्ज की FIR
नीरज ने आरोपियों से संपर्क कर बताया कि उसके खाते से हर माह किस्त के 14 हजार 120 रुपए कट रहे हैं। अगर किस्त नहीं भरनी तो वह उसकी गाड़ी वापस दे दें, लेकिन आरोपियों ने उसकी गाड़ी वापस नहीं दी। नीरज ने इससे संबंधित शिकायत कोसली थाना में दी। कोसली थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।हे। हैं।