शहर के सेक्टर 4 में मौजूद राजकीय कन्या विद्यालय अर्थात पुराना सैनिक स्कूल कैंपस के भवन को सरकार के द्वारा निजी संस्था को लीज पर दे दिया गया था जिसके खिलाफ एकजुट होकर राजनेताओं और विभिन्न संगठनों के द्वारा विरोध किया जा रहा था। आखिरकार विरोध के सामने सरकार झुकी और संस्था को इस भवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। हाल ही में मंगलवार को संस्था ने बिल्डिंग को काली करने के लिए अपना सामान समेटना शुरू किया अर्थात वह सरकारी बिल्डिंग को छोड़कर जाने की तैयारी करते हुए नजर आए। इस तरह से विरोध के द्वारा राजनेता और सामाजिक संगठनों ने अपनी बात मनवाई।
इंग्लिश स्कूल बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा इसे सामूहिक संघर्ष की जीत बताया गया और धरने को अस्थाई तौर पर समाप्त करने का फैसला दिया गया। भवन को लीज पर देने के कारण समिति ने शासन प्रशासन को लीज खत्म कर लिखित आदेश जारी करने को लेकर 25 जून तक का अल्टीमेटम दिया है और 25 जून को गढ़ी बोलनी रोड स्थित श्री कृष्ण भवन में समिति ने बैठक भी बुलाई है जहां आगे का निर्णय लिया जाएगा। जानकारी के लिए बता दीजिए कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने निजी संस्था से सरकारी भवन खाली करवाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर अपनी जांच भी सौंपी थी।
धरना हुआ समाप्त लेकिन लीज रद्द नहीं की तो होगा आंदोलन
सरकारी भवन जहां पहले सैनिक स्कूल के कक्षा लग रही थी जो कि बाद में शिफ्ट कर दी गई वहां बॉयज स्कूल में चल रहा है सरकारी कॉलेज घोषित करने की मांग की जा रही थी। लेकिन यह भवन सुपर शो प्रोग्राम के नाम पर विकल्प संस्था को दे दिया गया था और शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर खुद यहां संस्था के शिलान्यास में भी आए थे। इससे विरोध बड़ा और बाद में यह विरोध स्कूल गेट पर धरना देने तक पहुंच गया। सरकार ने कुछ कमरे कॉलेज को देखकर और अन्य संस्था को देने का प्रस्ताव रखा परंतु विरोध नहीं रुका। कहा जा रहा है कि अगर लीज रद्द नहीं किया जाएगा तो आंदोलन भी होगा।