रेवाड़ी में अल्ट्रासाउंड केंद्र में रेड: सोमवार को फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने CM फ्लाइंग के साथ मिलकर एक अल्ट्रासाउंड केंद्र पर रेड की। टीम गर्भ में भ्रूण लिंग जांच कराने वाले 2 दलालों से सौदा कर यहां तक पहुंची। अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालक की तरफ से किसी भी तरह की भ्रूण लिंग जांच की पुष्टि नहीं की गई, जबकि दलाल ने खुद ही झूठी पुष्टि कर दी।
दरअसल, फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि रेवाड़ी में गर्भ में भ्रूण लिंग जांच करने वाला गिरोह सक्रिय है। उसके बाद फरीदाबाद PNDT के नोडल अधिकारी डॉ. मान सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाकर चरखी-दादरी के एक दलाल से संपर्क किया गया। इसके बाद डिकॉय पेशेंट के जरिए दलालों से 60 हजार रुपए में सौदा तय हुआ।
दलालों ने 40 हजार रुपए खाते में डलवा भी लिए और फिर सोमवार को डिकॉय पेशेंट को लेकर रेवाड़ी के रतन अल्ट्रासाउंड केंद्र पर पहुंच गए। यहां डिकॉय पेशेंट का अल्ट्रासाउंड कराया गया। इसके बाद खुद दलाल ने ही इसकी पुष्टि कर दीअस्पताल के डॉक्टर की भूमिका नहीं
डॉ. मान सिंह ने बताया कि जैसे ही दलाल द्वारा पुष्टि की गई तो स्वास्थ्य विभाग और सीएम फ्लाइंग की टीम ने अल्ट्रासाउंड केंद्र पर रेड कर दी। अल्ट्रासाउंड मशीन के पास ही कैमरे से लेकर माइक तक लगे हुए है। जांच के बाद पता चला कि अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालक के डॉक्टर द्वारा किसी तरह की भ्रूण लिंग जांच की पुष्टि नहीं की गई। बल्कि दलाल ने ही पैसे कमाने के चक्कर में महिला को यहां तक ले आया और फिर भ्रूण लिंग जांच की पुष्टि भी दलाल ने ही कर दी।
डा. मानसिंह ने बताया कि इस केस में अल्ट्रासाउंड सेंटर के डॉक्टर की कोई भूमिका नहीं है। दोनों दलालों को पकड़कर उनसे 10 हजार रुपए भी रिकवर कर लिए है।।